विवाह में आ रही बाधा को दूर करने के उपाय

विवाह में आ रही बाधा को दूर करने के उपाय

कहते हैं जोड़ी आसमान में बनती है| लेकिन कभी-कभी ये समझ में नहीं आता कि उस जोड़ीदार के बारे में इतनी देरी से क्यों पता चलता है| क्यों बार –बार ब्रेकअप हो जाते हैं, क्यों बार –बार सगाइयां टूट जाती हैं| आपने कई स्त्री पुरुषों को पैंतालिस पचास की उम्र में अविवाहित देखा होगा, जबकि अविवाहित रहने की उनकी या उनके परिवार वालों की कोई मंशा नहीं होती| बस यूं ही रिश्ते आते हैं और टूट जाते हैं| दरअसल हमारी कुंडली ग्रहों की गतिविधयों पर आधारित होती है| यदि ग्रह, राशि अथवा उनकी कोई युति अनुकूल न हो तो शादी में अडचने आती रहती हैं| यदि ज्योतिष विद्या के अच्छे जानकार चाहें तो यह समस्या दूर हो सकती है| इसके अलावा प्राचीन काल से आजमाए हुए टोटके भी हैं जिसे करके इस बाधा को दूर किया जा सकता है| चूंकि इसमें निहित उद्देश्य सकारात्मक है इसलिए इन्हें करने में कोई खतरा नहीं है यानी कोई भी इसे कर सकता है|

विवाह में आ रही बाधा को दूर करने के उपाय
विवाह में आ रही बाधा को दूर करने के उपाय

विवाह विलंब दूर करने के उपाय/टोटके

  • अगर विवाह योग्य कन्या या वर वृहस्पतिवार के दिन लगभग ढाई सौ ग्राम चने दान करे तो विवाह में आ रही अड़चन दूर होती है|
  • विवाह दूर करने के लिए वृहस्पतिवार की शाम चिड़ियों को दाना डालना लाभकारी होता है| इसे लड़का और लड़की दोनों कर सकते हैं|
  • यदि लड़की की शादी में बाधा आ रही हो तो उस लड़की के हाथ से किसी काम वाली बाई अथवा मजदूरिन को सिन्दूर कुमकुम, मेहँदी चूड़ी, बिंदी आदि सुहाग सामग्री सात रविवार तक दान करवाना चाहिए|
  • अगर किसी लड़की की शादी हो रही हो और मेंहदी की रस्म चल रही हो तो विवाह योग्य कन्या उस मेंहदी में से थोड़ा सा लेकर खुद भी लगा ले| इससे जल्दी शादी होती है| अगर खुद दुल्हन वह मेहँदी लगा दे तो परिणाम सुनिश्चित हो जाते हैं|
  • इन उपायों के अलावा कुछ नकारात्मक वस्तुओं को विवाह योग्य लड़के अथवा लड़की के बिस्तर के नीचे से हटा देना चाहिए जैसे कोई भारी सामान, झाडू, जूठन रस्सी आदि| यह एक प्रचलित धारणा है कि इन वस्तुओं से विवाह में बाधा आती है|
  • जब कोई रिश्ता लेकर आए चाहे वह वर पक्ष के हो या कन्या पक्ष के, उनका मुख बाहर की ओर नहीं होना चाहिए| वे लोग जहां बैठें वहाँ की दीवार पर बुजुगों के साथ घर के लोगों की हंसती मुस्कुराती तस्वीर लगी हो तो परिणाम सकारात्मक होता है| ऐसे मेहमानों को पीले रंग का मीठा व्यंजन जरुर खिलाएं|
  • वृहस्पतिवार को केले, पीपल या वट की जड़ में जल चढ़ाएं| इसे लड़का या लड़की दोनों कर सकते हैं|
  • हनुमान जी को मंगलवार के दिन घृत मिला सिन्दूर से भी विवाह सम्बन्धी बाधा दूर होती है|
  • शुक्रवार के दिन किसी स्त्री को इत्र भेंट करना आसान सा टोटका है इसे करने से शीघ्र विवाह होता है|

यहाँ उल्लेखनीय है कि ये सभी उपाय कुंडली दिखाने के बाद करना चाहिए| क्योंकि माना जाता है कि अगर कुंडली में किसी प्रकार की गड़बड़ी है या घर वास्तु दोष से पीड़ित है तो ये टोटके काम नहीं करते| इसके अलावा कुछ व्यावहारिक समस्याओं के कारण भी शादी नहीं हो पाती, लोग समझ नहीं पाते हैं कि कुंडली में कोई दोष न होने के बाद भी क्यों नहीं हो पा रही है शादी| दरअसल कुछ लड़के या कुछ लडकियां या उनके परिवार वाले शादी को लेकर बड़े बड़े सपने पाल लेते हैं| एक समय आता है जब रिश्तों का तांता लगा रहता है लेकिन कोई भी पसंद ही नहीं आता| कोई सुन्दर कम है तो किसी का वेतन कम है तो किसी की माँ ऐसी है, किसी के पास अपना घर नहीं है तो किसी के पास बैंक बेलेंस नहीं है| कोई कद में छोटा है तो कोई मोटी है| विवाह न हो पाने के इन कारणों का अलग-अलग नाम इसलिए दर्ज किया गया है ताकि लोग समझें कि ये ऐसे कारण नहीं है जिस दूर नहीं किया जा सकता है| सुन्दरता सुखी वैवाहिक जीवन का शर्त हो ही नहीं सकता उसी प्रकार मोटी लड़की कभी भी पतली हो सकती है, बैंक बलेंस कभी भी बढ़ सकता है, वेतन में वृधि कभी भी हो सकती है| मां कैसी भी हो, क्या फर्क पड़ता है लड़का लड़की को साथ रहना है और एडजस्ट कहाँ नहीं करना पड़ता| इन समझदारियों को रखते हुए टोटके या मंत्र आजमाएं जाए तो जरुर फलदायक होते हैं|

प्रेम विवाह की बाधा दूर करने के उपाय

भारतीय समाज में आज भी प्रेम सम्बन्ध का शादी की मंजिल तक पहुंचना टेढ़ी खीर है| लाख आधुनिकता का दावा करें शादी के समय माता-पिता उम्मीद करते हैं कि औलाद शादी तो उन्ही से पूछकर करेगी| इस सामाजिक व्यवस्था की कई खामियां है लेकिन चूँकि सदियों से चली आ रही हैं इसलिए इनपर कोई ऊँगली नहीं उठाता| ऐसे में प्रेमी-प्रेमिका चाहें तो निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं –

  • मान्यता है कि श्री कृष्ण की पूजा से प्रेम अपने लक्ष्य तक अवश्य पहुँचता है| कृष्ण भगवान को प्रसन्न करने के लिए निम्नलिखित मंत्र का जाप करें –

केशवी कृष्णाराध्या किशोरी केश वस्तुता|रूद्र रूपा रूद्र रूपी रुद्रानी रूद्र देवता||

तीन महीने तक निरंतर प्रति शुक्रवार  कृष्ण मंदिर में या घर के पूजा स्थल पर स्थापित  कृष्ण की प्रतिमा के समक्ष उपर्युक्त मंत्र का जाप एक सौ आठ बार करें| जाप के दौरान नियमित पूजा विधि का पालन करें| जैसे धूप दीप ताम्बुल प्रसाद फूल आदि अर्पित करना|

 

  • यह उपाय राधाकृष्ण मंदिर में करना चाहिए| शुक्रवार के ही दिन किसी भी राधा कृष्ण मंदिर में –‘ओम क्लीं कृष्णाय गोपीजन वल्लभाय स्वाहा’ मंत्र का जाप एक सौ आठ बार करें| जाप के दौरान जिससे विवाह के लिए यह प्रयास कर रहे हैं उसका निरंतर ध्यान करें| जाप के बाद राधा कृष्ण को माखन मिश्री प्रसाद में अर्पित करें|

मान्यता है कि शिव-पार्वती, लक्ष्मी-विष्णु तथा राधा कृष्ण अमर प्रेम के प्रतीक है| इसलिए किसी भी रूप में इनकी पूजा करना, इनसे इच्छित पात्र से विवाह की कामना करना फलदायी होता है|